तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-एनसीआर के चारों बार्डर (सिंघु, शाहजहांपर, टिकरी और गाजीपुर) पर जारी किसानों के प्रदर्शन को आगामी 28 अगस्त को 9 महीने पूरे हो जाएंगे। चारों बार्डर पर धरनारत किसान तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी कानून वापसी की मांग पूरी तरह से नहीं मान ली जाती है, वे यहां से टस से मस नहीं होंगे। आगे की रणनीति पर विचार के लिए मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) में 5 सितंबर को बड़ी महापंचायत भी आयोजित होगी, जिसमें भाकियू के अध्यक्ष नरेश टिकैत और राष्ट्रीय प्रवक्ता नरेश टिकैत भी शामिल होंगे, इसमें कोई बड़ा फैसला हो सकता है। इस बीच यूपी गेट पर आंदोलन की अगुवाई कर रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के करीबी शमशेर राणा ने अपने ही संगठन के नेता धर्मेंद्र मलिक पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। उधर, लिखित शिकायत मिलने पर गाजियाबाद पुलिस ने शमशेर राणा की तहरीर स्वीकार कर ली है। पूरा मामला 14 अगस्त की शाम का है, जब किसानों द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली गई थी।
previous post
next post