साल 2020 खत्म होने वाला है। यह साल चुनौतियों भरा रहा। कोरोना वायरस की विषम परिस्थितियों में भी देश कई राजनीतिक घटनाक्रमों का गवाह रहा। कोरोना संकट काल में ही एक ओर जहां बिहार में विधानसभा चुनाव हुए तो वहीं साल की शुरुआत दिल्ली विधानसभा चुनाव से हुई थी। कांग्रेस के अंदर भी हमने संकट देखें।
इस साल के बड़े राजनीतिक घटनाक्रमों में बिहार विधानसभा चुनावप्रमुख है। कोरोना महामारी की विषम परिस्थितियों के बीच बिहार में हुए 243 सीटों पर विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन 125 सीटों के साथ सरकार बनाने में कामयाब रही। नीतीश कुमार ने सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। हालांकि चुनाव के दौरान एक ओर जहां नीतीश को लेकर लोगों में नाराजगी दिखी तो वहीं तेजस्वी यादव बड़े नेता के तौर पर उभरे। इसी चुनाव में एनडीए से बाहर होकर चिराग पासवान ने अलग ताल ठोकी। हालांकि नतीजों में कुछ खास असर नहीं दिखा। इस चुनाव में आरजेडी और भाजपा जहां ज्यादा सीटें हासिल करने में कामयाब रही तो वहीं नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को काफी नुकसान हुआ।