थायराइड की बीमारी तेजी से पांव पसार रही है। इस बीमारी में वजन बढ़ने के साथ ही हार्मोन भी गड़बड़ा जाते हैं। महिलाएं सबसे ज्यादा थायराइड की बीमारी की चपेट में आती हैं। यह बीमारी थायराइड ग्रंथि के बढ़ने की वजह से होती है। यह ग्रंथि तितली के आकार की होती है, जो कि शरीर की कई जरूरी गतिविधियों को नियंत्रित करती है। थायराइड ग्रंथि टी3 और टी4 थायरॉक्सिन हार्मोंन का निर्माण करती है जो कि सांस, ह्रदय गति, पाचन तंत्र और शरीर के तापमान पर सीधा असर करती है। साथ ही ये हड्डियों, मांसपेशियों व कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित करते हैं। जब शरीर में ये हार्मोंस असंतुलित हो जाते हैं, तो वजन कम या ज्यादा होने लगता है, इसे ही थायराइड की समस्या कहते हैं। यह एक साइलेंट किलर बीमारी है क्योंकि इसके लक्षण फौरन सामने नहीं आते हैं।
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