Life Style (giltv)बवासीर होने पर एनस के अंदर और बाहरी हिस्से की शिराओं में सूजन आ जाती है। इसकी वजह से गुदा के अंदरूनी हिस्से में या बाहर के हिस्से में कुछ मस्से जैसे बन जाते हैं, जिनमें से कई बार खून निकलता है और दर्द भी होता है। आमतौर पर लोग यह बीमारी होने पर जल्दी से कहने में हिचकिचाते हैं या फिर इसे नजरअंदाज करते हैं। जिसके कारण व्यक्ति को कब्ज, मल त्याग के दौरान दर्द व जलन व अन्य कई तरह की समस्याएं होती है। जिन लोगों को लंबे समय तक खड़े रहना पड़ता है या फिर भारी वजन उठाना पड़ता है, उन्हें भी बवासीर की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसलिए अगर आपका काम कुछ ऐसा है तो लगातार खड़े रहने के स्थान पर कुछ समय के लिए ब्रेक लें।
प्रेग्नेंसी के दौरान महिला में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं। इतना ही नहीं, अधिकतर गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था में कब्ज की शिकायत लंबे समय तक बनी रहती है। ऐसे में उन्हें बवासीर होने की संभावना भी बढ़ जाती है। अधिकतर महिलाओं को गर्भावस्था में बवासीर की समस्या का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं, कुछ महिलाओं में नार्मल डिलीवरी के बाद भी पाइल्स की समस्या हो सकती हैं।
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