कश्मीर घाटी में शुक्रवार को हड़ताल हो गई। सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। अचानक हुई हड़ताल काे देखते हुए प्रशासन ने भी पूरी वादी में सुरक्षा प्रबंध कड़े कर दिए। श्रीनगर के कई हिस्सों में एहतियात के तौर पर इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया गया है।
यह हड़ताल भाजपा के पूर्व प्रवक्ताओं द्वारा पैगंबर हजरत मुहम्मद के प्रति की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ हुई है। इस बीच, भद्रवाह और रामबन में प्रदेश प्रशासन ने आज लगातार दूसरे दिन भी जहां कर्फ्यू जारी रखा गया है वहीं किश्तवाड़ में भी कर्फयू लागू किया गया है।श्रीनगर समेत वादी के विभिन्न हिस्सों में आज सुबह स्थित पूरी तरह सामान्य थी, लेकिन कुछ ही देर बाद सभी दुकानें बंद होने लगी। देखते ही देखते सभी बाजार बंद हो गए। सड़कों पर सार्वजनिक वाहनों की आवाजाही लगभग बंद हो गई। वादी में किसी भी संगठन ने हड़ताल का आह्वान नहीं किया था। यह हड़ताल भाजपा के पूर्व प्रवक्ताओं द्वारा पैगंबर हजरत मुहम्मद के प्रति की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ हुआ है।वादी के विभिन्न हिस्सों में अचानक हुई इस हड़ताल के मद्देनजर प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध कर दिए हैं। सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों की तैनाती बढ़ा दी गई है। सभी प्रमुख मस्जिदों और दरगाहों के बाहर भी सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ा दी गई है।अफवाहों को रोकने के लिए प्रशासन ने एहतियात के तौर पर श्रीनगर के डाउन टाउन समेत कुछ अन्य हिस्सों में इंटरनेट सेवा पर भी अगले आदेश तक रोक लगा दी है।
इस बीच, जम्मू संभाग के भद्रवाह, रामबन और किश्तवाड़ में सांप्रदायिक तनाव के मद्देनजर हालात पर काबू पाने के लिए कर्फ्यू लागू किया गया है। शरारती तत्वों की लगातार निगरानी की जा रही है और सांप्रदायिक उन्माद पैदा करने वाले तत्वों को चिन्हित किया जा रहा है।
भद्रवाह में कुछ मुस्लिम नेताओं ने एक मस्जिद की छत पर खड़े हिंदु समुदाय के प्रति भड़काऊ और आपत्तिजनक टिप्पणियां की। इस पूरे प्रकरण का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने एक एफआईआर भी दर्ज कर ली,लेकिन भड़काऊ भाषण देने वालों की गिरफ्तारी की आज दोपहर तक कोई सूचना नहीं थी।