अक्सर कार खरीदते समय ग्राहक गियरबॉक्स को लेकर काफी कन्फ्यूज रहते हैं कि कौन सा गियरबॉक्स ऑप्शन उनके लिए बेहतर होगा, कई बार न समझ आने पर लोग इसे नजर अंदाज कर देते हैं, जिसका खामियाजा उनको बाद में भुगतना पड़ता है। भविष्य में ये गलती आप न करें, इसलिए आपको बताने जा रहे हैं कि कितने प्रकार के गियरबॉक्स के साथ गाड़ियां आती हैं।
2. ऑटोमैटिक गियरबॉक्स
ऑटोमैटिक गियरबॉक्स में गियर को चेंज करने के लिए क्लच की जगह हाईड्रालिक फ्ल्युइड कपलिंग व टार्क कन्वर्टर का इस्तेमाल किया जाता है। हाईड्रालिक फ्ल्युइड कपलिंग इंजन से सीधे कनेक्ट रहता है, जिसे टैप करने के बाद गियर बदल जाता है वाहन स्मूथ आगे बढ़ने लगता है।
कंटिन्यूस्ली वैरिबल ट्रांसमिशन (सीवीटी) गियरबॉक्स को अक्सर महंगी गाड़ियों में देखा जाता है, जहां इसका स्टील गियर की जगह पर बेल्ट या पुली का यूज किया जाता है, कंटिन्यूस्ली वैरिबल ट्रांसमिशन गियरबॉक्स में गियर बदलने के लिए कई तरह के रेशियो दिए गए हैं, जिसके हिसाब से आप गियर चेंज कर सकते हैं।
4. ऑटोमेटेड-मैन्युअल ट्रांसमिशन (एएमटी)
ऑटोमेटेड-मैन्युअल ट्रांसमिशन (एएमटी) गियरबॉक्स में रेग्युलर क्लच व गियर कंफिगरेशन का यूज होता है, लेकिन इसके साथ ही सेंसर, एक्ट्युटेटर, प्रोसेसर व न्यूमेटिक का उपयोग किया जाता है।
5. डुअल क्लच ट्रांसमिशन (डीसीटी)
डुअल क्लच ट्रांसमिशन (डीसीटी) की गियरबॉक्स में टॉर्क कन्वर्टर की जगह आपको गियर बदलने के लिए क्लच के साथ दो अलग शाफ्ट मिलेगा।
6. इंटेलीजेंट मैन्युअल ट्रांसमिशन (आईएमटी)
इंटेलीजेंट मैन्युअल ट्रांसमिशन (आईएमटी) गियरबॉक्स सुविधा लग्जरी कारें में भी देखने को मिलती है। आईएमटी एक मैन्युअल गियरबॉक्स है जिसे इस तरह मॉडिफाई किया गया है कि ड्राईवर से क्लच इनपुट की जरूरत नहीं पड़ती है। यह गियरबॉक्स ट्रांसमिशन कंट्रोल यूनिट (टीसीयू) को जानकारी दे देता है कि ड्राईवर कब गियर बदलने वाला है।