ओलिंपिक में 87.58 मीटर जेवलिन फेंककर देश के लिए गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा का कहना है कि खेल उनकी प्लानिंग में था ही नहीं। उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स, देश के लिए खेलने या मेडल जीतने के बारे में कभी सोचा ही नहीं था। मेरे परिवार या मेरे गांव में भी कोई स्पोर्ट्स में नहीं था। नीरज ने कहा कि ये केवल इत्तेफाक था कि मैं स्टेडियम गया और जेवलिन फेंकना शुरू किया। मैंने कड़ी मेहनत की और हर किसी ने मेरा सपोर्ट किया।गोल्ड मेडल विजेता बोले, ‘मैं ओलिंपिक में अपना बेस्ट देना चाहता था। गोल्ड मेडल पक्का होने तक मैं रिलैक्स नहीं हो पाया, क्योंकि दूसरे प्लेयर बेहतर कर सकते थे। कॉम्पिटिशन के लिए मेंटली प्रिपेयर होना जरूरी होता है।’