भारत, दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और विकास को गति देने के लिए युवा श्रमिकों पर दांव लगा रहा है। हालांकि, ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, ‘2017 से 2022 के बीच समग्र श्रम भागीदारी दर 46% से गिरकर 40% हो गई है। लगभग 21 मिलियन लोग कार्यबल से गायब हो गए हैं और सिर्फ 9% योग्य आबादी ही रोजगार या पदों की तलाश कर रही है।इसमें आगे कहा गया, अब कानूनी रूप से कामकाजी उम्र के 90 करोड़ भारतीयों में से आधे से अधिक (करीब अमेरिका और रूस की कुल जनसंख्या के बराबर) नौकरी नहीं चाहते हैं।’ रिपोर्ट में आगे कहा गया, ‘हालांकि, भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था को उदार बनाने में काफी प्रगति की है। एप्पल और अमेजन जैसी कंपनियां यहां काम कर रही हैं।’