उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की वापसी हो चुकी है। सूबे में भाजपा को पूर्ण बहुमत हासिल हुआ है। योगी आदित्यनाथ बतौर मुख्यमंत्री दूसरी पारी की शुरुआत करेंगे। इस बार का विधानसभा चुनाव कई मायने में बेहद खास रहा है। इस चुनाव में कई रिकार्ड टूटे हैं। चुनाव में कई अंधविश्वास और मिथक भी टूटे हैं। यहां एक सवाल बेहद अहम है कि योगी आदित्यनाथ की बतौर सीएम दूसरी पारी कैसी रहेगी। 2024 में आम चुनाव के मद्देनजर इस बार योगी की दूसरी पारी इतनी आसान नहीं होगी। उनके समक्ष कई चुनौतियां रहेंगी। आइए जानते हैं उन चुनौतियों के बारे में जो योगी के समक्ष आएंगी।यूपी विधानसभा चुनाव में विपक्ष ने आवारा पशुओं के मुद्दे को जोरशोर से उठाया था। यह मुद्दा किसानों से जुड़ा हुआ है। योगी सरकार को घेरने के लिए आवारा सांड को चुनावी मुद्दा बनाया गया। सूबे में आवारा पशु किसानों के लिए एक बड़ी समस्या है। इस समस्या को योगी सरकार नजरअंदाज नहीं कर सकती है। यूपी में आवारा पशु किसानों को दोतरफा नुकसान पहुंचाते हैं। आवारा पशु खेतों में फसलों को तबाह करते हैं, वहीं दूसरा नुकसान आर्थिक और सुरक्षा के दृष्टिकोण से है। इन आवारा पशुओं से बचाने के लिए किसान को खेतों की तारबंदी करानी पड़ती है। योगी सरकार को इस समस्या पर गंभीरता से विचार करना होगा। ऐसे में योगी के सामने अपने अगले कार्यकाल में इस समस्या से निपटने की चुनौती होगी।