Spiritual/धर्म पूजा-पाठ का अर्थ केवल भगवान की स्तुति कर उन्हें प्रसन्न करना नहीं होता बल्कि यह अपने मन की शांति के साथ अपने आस-पास सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए भी पूजा-पाठ का बहुत महत्व है लेकिन पूजा करते समय कुछ बातें ऐसी हैं, जिनका पालन करना बहुत जरूरी है। भगवान के सामने या पूजा-हवन में शामिल होते वक्त हमेशा हाथों को मजबूती के साथ जोड़कर प्रणाम करना चाहिए। इससे यह पता चलता है कि आप पूरी सकारात्मक ऊर्जा के साथ भगवान को धन्यवाद दे रहे हैं। प्रणाम करने के बाद दोनों हाथों को माथे पर जरूर लगाना चाहिए। जाप करते या माला फेरते हुए आपको जीभ या होठों को नहीं हिलाना चाहिए बल्कि मन-मन में जप करना चाहिए। इसे उपांशु जप कहा जाता है। ऐसे जप में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हमारे पूरे शरीर में होता है। जिससे हमारा चित्त शांत होता है।
previous post