Spiritual/धर्म (giltv) दान-पुण्य का महापर्व मकर संक्रांति कल 15 जनवरी को मनाया जाएगा। हालांकि मकर संक्रांति की सही तारीख को लेकर लोगों के बीच असमंजस बना हुआ है लेकिन हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार यदि किसी वर्ष मकर संक्रांति का पर्व शाम को पड़ता है तो इसे अगले दिन मनाया जाता है। यही वजह है कि इस वर्ष मकर संक्रांति को 15 जनवरी को मनाया जायेगा। मान्यताओं के अनुसार इस दिन दान करने से व्यक्ति को उसका अभीष्ट लाभ मिलता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महाभारत काल में भीष्म पितामह ने अपनी देह त्यागने के लिए मकर संक्रांति के दिन का ही चयन किया था। इसके अलावा मकर संक्रांति के दिन ही गंगाजी भागीरथ के पीछे−पीछे चलकर कपिल मुनि के आश्रम से होकर सागर में जा मिली थीं। ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदी ने बताया कि 15 जनवरी को सूर्योदय से ही प्रारंभ हो जाएगा। दीपक ज्योतिष भागवत संस्थान के निदेशक शरद चतुर्वेदी साहित्याचार्य ने बताया की ज्योतिष शास्त्र एवं धर्म शास्त्र के अनुसार मकर संक्रांति का पर्व 15 तारीख को मनाया जाएगा इस दिन देवता पृथ्वी पर आते हैं और मनुष्य द्वारा स्नान, दान, धर्म और हवन यज्ञ का फल कई गुना प्रदान करते हैं।
previous post
next post