दिल्ली / एनसीआर

PFI पर प्रतिबंध का राजनेताओं और धार्मिक समूहों ने किया स्वागत

आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता के कारण ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पीएफआई) और उससे संबद्ध कई अन्य संगठनों के खिलाफ दो दिन की देशव्यापी छापेमारी के बाद मोदी सरकार ने बड़ा फैसला करते हुए पीएफआई और अन्य कई संगठनों पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। इस फैसले का राजनीतिक दलों और विश्व हिन्दू परिषद तथा अन्य धार्मिक समूहों ने भी स्वागत किया है। हम आपको बता दें कि पीएफआई की देशविरोधी गतिविधियां बढ़ती जा रही थीं जिसको देखते हुए इस पर प्रतिबंध की मांग लंबे समय से की जा रही थी। पीएफआई जिस तरह 2047 तक भारत को इस्लामिक राज में परिवर्तित करने के मिशन पर आगे बढ़ रहा था उसके चलते इस संगठन से जुड़े लोगों ने हाल के दिनों में कई भयावह वारदातों को भी अंजाम दिया था। इसके बाद एनआईए समेत कई सुरक्षा एजेंसियों और राज्यों की पुलिस के एटीएस की ओर से देशभर में पीएफआई से संबद्ध ठिकानों पर छापेमारी की गयी और करीब 400 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया साथ ही कई दर्जन संपत्तियों को जब्त किया गया। इसके बाद केंद्र सरकार ने यह बड़ा कदम उठाया है।

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दिग्विजय सिंह के चुनाव लड़ने की खबर बुधवार को ही आ गई थी। हालांकि, औपचारिक तौर पर आज उन्होंने इस बात का ऐलान किया है। खबर यह भी थी कि अशोक गहलोत को मनाने की कोशिश की जा रही है। मुकुल वासनिक ने अशोक गहलोत से मुलाकात भी की थी। लेकिन इस मुलाकात के बाद क्या कुछ हुआ है, इस बात की जानकारी अब तक नहीं मिल पाई है। इससे पहले कांग्रेस के लिए संकटमोचक माने जाने वाले एके एंटनी ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। एके एंटनी ने राजनीति से संन्यास की घोषणा की थी। बावजूद उन्हें कल आलाकमान की ओर से याद किया गया था और वे दिल्ली पहुंचे थे। सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद एके एंटनी ने कहा था कि हमारे बीच राजनीतिक बातचीत हुई है। एके एंटनी ने पवन कुमार बंसल से भी मुलाकात की थी।

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