दिल्ली / एनसीआर

मंकीपॉक्स से बचाव के लिए WHO चीफ ने पुरुषों को दी सलाह

मंकीपॉक्स वायरस से बचाव के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने समलैंगिक पुरुषों के सेक्सुअल बिहेवियर से जुड़ी कुछ खास बातें बताई हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, मंकीपॉक्स के 98% मामले उन पुरुषों में हैं जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं, खासकर उन लोगों में जिनके कई यौन साथी रहे हैं। WHO के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्येयियस ने बुधवार को इस समुदाय के सदस्यों को सलाह दी कि मंकीपॉक्स से बचने के लिए वे अपने सेक्स पार्टनर्स की संख्या को कम करें और नए सेक्सुअल पार्टनर बनाने से भी बचें।

टेड्रोस ने एक ब्रीफिंग में कहा, “पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों के लिए, इस समय, आपके यौन साझेदारों की संख्या को कम करना, नए भागीदारों के साथ यौन संबंध पर पुनर्विचार करना और फॉलोअप को सक्षम करने के लिए किसी भी नए साथी के साथ संपर्क विवरण का आदान-प्रदान करना शामिल है। उन्होंने आगे कहा, “यह एक प्रकोप है जिसे रोका जा सकता है यदि देश, समुदाय और व्यक्ति खुद को सूचित करते हैं, जोखिम को गंभीरता से लेते हैं और संचरण को रोकने और कमजोर समूहों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाते हैं। ऐसा करने का सबसे अच्छा तरीका जोखिम को कम करना है। वह मतलब अपने और दूसरों के लिए सुरक्षित विकल्प बनाना।”

क्या कंडोम से कम होगा खतरा 

सीडीसी के मुताबिक, कंडोम पहनने से संक्रमण के खतरे को कम करने मदद मिल सकती है। लेकिन सिर्फ कंडोम का इस्तेमाल शायद मंकीपॉक्स के प्रसार से बचाव नहीं करेगा। हालांकि, सीडीसी के मुताबिक, कंडोम अन्य यौन संचारित संक्रमणों को रोक सकता है।

क्या है मंकीपॉक्स 

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, मंकीपॉक्स का पहला मामला इंसानों में साल 1970 में पाया गया था। यह बीमारी स्मॉल पॉक्स की तरह ही एक वायरल इंफेक्शन है जो चूहों और बंदरों से इंसान में फैल सकती है। इससे पीड़ित व्यक्ति में फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देते हैं और त्वचा पर दाने निकल आते हैं जो स्मॉल पॉक्स की तरह दिखाई देते हैं।

कैसे फैल रहा है मंकीपॉक्स

मंकीपॉक्स मुख्य रूप से सेक्स के दौरान फैल रहा है लेकिन संक्रमित व्यक्ति के शारीरिक संपर्क के जरिए भी यह वायरस फैल सकता है। इसमें संक्रमित व्यक्ति के परिवार में एक-दूसरे को गले लगना और किस करना भी शामिल है। संक्रमित व्यकित का तौलिया या बिस्तर शेयर करने से भी मंकीपॉक्स हो सकता है।

मंकीपॉक्स के लक्षण 

सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के मुताबिक मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति में 7 से 14 दिनों के भीतर लक्षण देखे जा सकते हैं। मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति में बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, ठंड लगना, थकावट, लिंफ नोड में सूजन और निमोनिया के लक्षण नजर आ सकते हैं। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक मंकीपॉक्स वायरस से पीड़ित व्यक्ति में त्वचा फटने की समस्या भी नजर आ सकती है जो बुखार होने के 1 से 3 दिनों के भीतर नजर आ सकती है।

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