राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने कहा कि जैसे-जैसे कश्मीर शांति औेर खुशहाली के एक नए दौर की तरफ अग्रसर हो रहा है, वैसे ही यहां कई नयी रोमांचकारी और सुखद संभावनाएं नजर आने लगी हैं। पूरा भारतवर्ष आप लोगों को गर्व और प्रशंसा की भावना के साथ देख रहा है। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सिविल सर्विस हो या खेल या फिर उद्यमशीलता कश्मीरी युवा नई ऊंचाईयों को छू रहे हैं।
बीते साल सितंबर के दौरान नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर चर्चा के दौरान मैने अपने सपनों का जिक्र किया था। मैं कश्मीर को इस धरती पर स्वर्ग के रुप में ही देखना चाहता हूं। मैं अपने इस सपने को साकार करने के लिए पूरी तरह जम्मू कश्मीर की युवा पीढ़ी पर विश्वास रखे हूं और मुझे यकीन है कि वह मेरे इस सपने का जल्द सच करेगी।
शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कनवेंशन सेंटर श्रीनगर में कश्मीर विश्वविद्यालय के 19 वे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे बताया गया कि तीन लाख के करीब विद्यार्थी डिग्रियां हासिल कर रहे हें जिसमें से ढाई लाख ग्रेजुएशन की डिग्रियां हासिल कर रहे हें। पिछले आठ साल के दौरान एक हजार पीएचडी पास हुए हैं।