दिल्ली पुलिस में निहत्थे हेड कांस्टेबल दीपक दहिया पर पिस्तौल तानने आरोपित शाहरुख पठान ने कड़कड़डूमा कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दायर की है। अधिवक्ता खालिद अख्तर के माध्यम से दायर अर्जी में शाहरुख ने कहा कि जांच की पूरी प्रक्रिया ढोंग है। पुलिस ने पीड़ित, गवाह, सुबूत और गवाह अपने आप गढ़ें हैं।शाहरुख पठान तिहाड़ जेल में बंद हैं। उस पर हेड कांस्टेबल पर पिस्तौल तानने के अलावा युवक रोहित शुक्ला की हत्या की कोशिश के मामले में भी आरोपित है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अमिताभ रावत के कोर्ट में सुनवाई के दौरान अधिवक्ता खालिद अख्तर ने कहा कि शाहरुख पठान को दंगे का ‘पोस्टर ब्वाय’ दिखाने और असंवैधानिक कानून के खिलाफ आवाज उठाने से एक समुदाय के लोगों को रोकने के लिए उनके बीच डर पैदा करने के उद्देश्य से पुलिस ने अपनी तरह से कहानी गढ़ी है। अन्य मामले में भी शाहरुख के खिलाफ ऐसे ही सबूत और गवाह का इस्तेमाल किया है। जबकि अपराध के स्थान अलग-अलग हैं।अधिवक्ता ने कहा कि शाहीनबाग के कथित हमलावर कपिल गुर्जर और शाहरुख खान की भूमिकाओं की तुलना कीजिए। कपिल को एक पल में जमानत मिल गई। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि न्यायपालिका शाहरुख के साथ सौतेला व्यवहार नहीं कर सकती।बता दें कि फरवरी 2020 में पूर्वी दिल्ली के कुछ इलाके दंगे की चपेट में आ गए थे। इसके बाद यहां पर जमकर उत्पात मचाया गया था। हाालांकि पुलिस प्रशासन ने लगातार इस मामले में एक्शन लेते हुए लोगों को गिरफ्तार किया। इस पूरे मामले में कई लोग जख्मी हुए थे करीब 52 लोगों की जानें गईं। कोर्ट में इस मामले की लगातार सुनवाई चल रही है।
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