बागपत में दो अलग-अलग समुदायों से जुड़े प्रेमी युगल बागपत ने मजहब की दीवार तोड़कर हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल कायम हुई है। जिले के सरूरपुरकलां गांव में स्थित ईंट-भट्ठे पर दो समुदायों से जुड़े प्रेमी युगल की परिजनों की सहमति से शादी की। पहले उनका निकाह हुआ। फिर वरमाला डालकर सात फेरे लिए गए। सोशल मीडिया पर युवक-युवती की शादी की तस्वीर वायरल हो रही है।जानकारी के अनुसार शामली के अमित और मुस्लिम समुदाय की सानिया अपने-अपने परिवारों के साथ बागपत कोतवाली क्षेत्र के फैजपुर निनाना गांव के पास ईंट भट्ठे पर काम करते हैं। शामली जिले में अलग-अलग गांवों के रहने वाले अमित और सानिया में करीब दो महीने पहले प्रेम हुआ था। उन्होंने शादी करने का फैसला लिया। जब उन्हें इस रिश्ते के बारे में पता चला तो वह रजामंद हो गए।
मुस्लिम रीति रिवाज के बाद हिंदू धर्म के अनुसार शादी
प्रेमी युगल का मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार निकाह कराया गया। बाद में हिंदू धर्म के अनुसार सात फेरे लिए गए। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि अलग-अलग समुदाय से जुड़े प्रेमी युगल के निकाह की सूचना पर पहुंचे हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने हिंदू रीति रिवाज से सात फेरे कराकर शादी कराई।
युवती के परिवार वालों ने इस पर अपनी रजामंदी भी दे दी, जिस पर हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने हिंदू रीति रिवाज के अनुसार दोनों की शादी कराई। कुछ लोगों ने इसका विरोध भी किया, लेकिन युवती के परिजनों की रजामंदी के चलते किसी की नहीं चल पाई।
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