दिल्ली। केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बृहस्पतिवार को कहा कि नए कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ बैठ कर बातचीत करने और मुद्दों का समाधान करने के लिए सरकार इच्छुक है। पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों के हजारों की संख्या में किसान सिंघू और टिकरी बॉर्डर सहित दिल्ली से लगी अन्य सीमाओं पर पिछले एक पखवाड़े से भी ज्यादा समय से प्रदर्शन कर रहे हैं।
वे तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। एचडीसीसीआई के एक ऑनलाइन कार्यक्रम में पुरी ने कहा, ‘‘मुझे इस बात से दुख हो रहा है कि प्रदर्शन कर रहे कई लोगों को पता ही नहीं है कि वे किस चीज का विरोध कर रहे हैं… सरकार अभी भी सभी किसानों को संदेश भेज रही है कि कृपया आएं और बात करें।’’ उन्होंने कहा कि (किसानों की) तीन मांगें हैं- एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) समाप्त नहीं किया जाए, मंडिया बरकरार रहें और कोई भी गुप्त तरीके से किसानों की जमीन पर कब्जा ना कर सके– ये सभी स्वीकार कर ली गई हैं। पुरी ने कहा, ‘‘एक बहुत बड़ी गलतफहमी हुई है… हम किसी के भी साथ बैठ कर बात करने और समाधान निकालने को इच्छुक हैं।’’ नागर विमानन मंत्री ने विश्वास जताया कि घरेलू उड़ानों का परिचालन दिसंबर के अंत तक या फिर 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) तक उड़ानें ‘‘कोविड-19 से पहले की स्थिति में पहुंच जाएगा।’’