देश – विदेश (GIL TV) वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि वायुसेना की अभियान क्षमताओं को और अधिक बढ़ाने तथा इसकी संचालन प्रणाली को और बेहतर करने की जरूरत है। उन्होंने यह बात ऐसे वक्त कही है, जब चीन के साथ सीमा पर तनाव बढ़ने के कारण वायुसेना हाई अलर्ट पर है।
सीनियर एयर स्टाफ ऑफिसर्स के दो दिवसीय सम्मेलन में उद्घाटन भाषण देते हुए एयर चीफ मार्शल भदौरिया ने भारतीय वायुसेना को एक पराक्रमी लड़ाकू बल बनाने के लिए (लड़ाकू विमानों के) मौजूदा बेड़े को बनाये रखने और नये शामिल किये जाने वाले लड़ाकू विमानों का अधिकतम संचालन उपयोग करने का जिक्र किया।
भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच पूर्वी लद्दाख में कई स्थानों पर पिछले सात हफ्तों से गतिरोध की स्थिति बनी हुई है। गलवान घाटी में 15 जून को हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने बाद तनाव काफी बढ़ गया है। चीनी सैनिक भी इसमें हताहत हुए लेकिन चीन ने इस बारे में अभी तक ब्योरा नहीं दिया है। वायुसेना की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘वायुसेना प्रमुख ने अपने संबोधन के दौरान इस पर जोर दिया कि हमारी अभियान क्षमताओं को और अधिक मजबूत करने तथा इसकी संचालन प्रणाली को और बेहतर करने की जरूरत है। ’’