Spiritual/धर्म (giltv) सरस्वति महामाये शुभे कमललोचिनि. विश्वरूपि विशालाक्षि. विद्यां देहि परमेश्वरि माघ शुक्ल पंचमी गुरुवार 30 जनवरी को विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की पूजा होगी। चंद्रमा से दशम भाव मे किसी ग्रह के रहने पर अमलकीर्ति योग और सूर्य को छोड़कर चंद्रमा के द्वादश भाव में कोई ग्रह रहता है अनफा योग बनता है। इसी दिन मां सरस्वती का अवतार माना जाता है। सरस्वती ब्रह्मा की शक्ति के रूप में भी जानी जाती हैं। नदियों की देवी के रूप में भी इनकी पूजा की जाती है।
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