Life Style (giltv) ऐसा माना जाता है कि जब शरीर के किसी हिस्से से बाल टूट जाता है तो बालतोड़ हो जाता है। हालांकि हर बार ऐसा नहीं होता। बालतोड़ वास्तव में एक तरह का संक्रमण होता है, जिसमें पहले घाव बन जाता है। शुरू में यह फुंसी की तरह दिखता है। जिसमें तीन−चार दिन बाद इसका रंग बदल जाता है और इसमें मवाद भर जाती है। हालंाकि यह समस्या दिखने में आम हो, लेकिन इसके वास्तव में उपचार की जरूरत होती है। लहसुन भी बालतोड़ के इलाज के लिए काफी लाभदायक है। दरअसल, इसमें एलिसिन नामक तत्व पाया जाता है, जो एंटीऑक्सीडेंट व एंटीबैक्टीरिया की तरह काम करता है। आप बालतोड़ के इलाज के लिए लहसुन की कलियों को मसलें और फिर इसके पेस्ट को आप बालतोड़ के प्रभावित स्थान पर लगाएं। अंत में इसे साफ पानी से धो लें। आप दिन में कम से कम एक बार इस पेस्ट का इस्तेमाल प्रभावित जगह पर करें। आपको शायद पता ना हो, लेकिन अरंडी के तेल का इस्तेमाल बालतोड़ के उपचार के लिए बेहद लाभदायक है। दरअसल, अरंडी के तेल में रिसिनोलिक एसिड पाया जाता है जो एक एंटीइंफ्लेमेटरी की तरह काम करता है। साथ ही अरंडी के तेल में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो संक्रमण को बढ़ने से रोकते हैं। ऐसे में बालतोड़ के लिए इसका इस्तेमाल करना सबसे अच्छा माना जाता है। इसके इस्तेमाल के लिए आप एक कॉटन बॉल में अरंडी का तेल लगाएं और प्रभावित स्थान पर लगाएं। आप दिन में दो से तीन बार इस तेल को प्रभावित स्थान पर लगाएं। वैसे अगर आपके पास अरंडी का तेल नहीं है तो आप इसकी जगह नीम के तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
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