Spiritual/धर्म (giltv) शनिदेव को क्रोध का देवता माना जाता है लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि वो न्याय के देवता भी हैं इसलिए उनके प्रसन्न करने का सबसे आसान तरीका है कि कभी किसी के साथ अन्याय न करें। साथ ही शनिवार के दिन कुछ काम करने से परहेज भी करना चाहिए। ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नहा धोकर और साफ कपड़े पहनकर पीपल के वृक्ष पर जल अर्पण करें। लोहे से बनी शनि देवता की मूर्ति को पंचामृत से स्नान कराएं। फिर मूर्ति को चावलों से बनाए चौबीस दल के कमल पर स्थापित करें। इसके बाद काले तिल, फूल, धूप, काला वस्त्र व तेल आदि से पूजा करें। पूजन के दौरान शनि के दस नामों का उच्चारण करें- कोणस्थ, कृष्ण, पिप्पला, सौरि, यम, पिंगलो, रोद्रोतको, बभ्रु, मंद, शनैश्चर।
previous post
next post