Spiritual/धर्म (giltv) जिस ग्रह पर भी राहु का प्रभाव पड़ता है, उन जातकों को कई तरह के मानसिक और शारीरिक कष्टों को सहना पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र में राहु-केतु दो ऐसे ग्रह हैं, जिन्हें पाप ग्रह या छाया ग्रह भी कहा जाता है। जब भी यह स्थान बदलते हैं या फिर ये जिस ग्रह के साथ बैठते हैं उसी के अनुसार अपना प्रभाव देने लगते हैं। यह दोनों ग्रह अगर कुंडली में गलत स्थान पर बैठ जाएं तो पूरा जीवन खराब कर सकते हैं। आपको बता दें कि 7 मार्च 2019 से राहु कर्क राशि से मिथुन राशि में प्रवेश किया था अब यह वर्ष 2020 की शुरुआत से लेकर 23 सितंबर 2020 को तक मिथुन राशि में रहेंगे। इसके बाद वृष राशि में जाएगा।
राहु के नए साल में राशि परिवर्तन से क्या प्रभाव पड़ेंगे। खासकर मेष, सिंह और कर्क राशि वालों के लिए यह अच्छा है वहीं बाकि के राशि वालों को थोड़ा संभल कर रहना होगा।