धार्मिक मत है कि गुप्त नवरात्र के दौरान जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा के नौ रूपों और दस महाविद्याओं की देवियों की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होती है। साधक के जीवन में व्याप्त सभी दुख एवं संकट दूर हो जाते हैं। तंत्र सीखने वाले साधक मां दुर्गा की विशेष साधना करते हैं।
सनातन धर्म में आषाढ़ माह का विशेष महत्व है। इस महीने में कई प्रमुख त्योहार मनाए जाते हैं। इनमें जगन्नाथ रथ यात्रा, आषाढ़ गुप्त नवरात्र, योगिनी और देवशयनी एकादशी, भड़ली नवमी आदि प्रमुख हैं। आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तक मनाया जाता है। इस दौरान जगत की देवी मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। साथ ही विशेष कार्यों में सिद्धि पाने के लिए व्रत उपवास भी रखा जाता है। धार्मिक मत है कि जगत जननी मां दुर्गा की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही घर में सुख, समृद्धि एवं खुशहाली आती है। अगर आप भी जीवन में व्याप्त दुख एवं संकट से निजात पाना चाहते हैं, तो गुप्त नवरात्र के दौरान मां दुर्गा की विधि विधान से पूजा करें।