इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत में लगातार इजाफा होता जा रहा है। करीब अढ़ाई हफ्तों में कच्चे तेल की कीमतें 8 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुकी है। सऊदी अरब और रूस की ओर प्रोडक्शन कट करने का असर साफ देखने को मिल रहा है। वहीं लीबिया में तूफान का असर भी कच्चे तेल की कीमत में साफ देखा जा रहा है। जानकारों की मानें जो अक्टूबर में कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचने के आसार हैं। जानकारों की मानें तो मौजूदा हालातों को देखकर साफ अंदाजा लगाया जा रहा है कि कच्चे तेल की कीमतें आने वाले महीनों में कम नहीं होने वाली हैं। अमेरिकी स्ट्रैटिजिक रिजर्व 50 साल के लो पर है। वहीं ओपेक प्लस प्रोडक्शन बढ़ाने को तैयार नहीं है। प्रिडिक्शन यहां तक की जा रही है कि ओपेक प्लस अपने कट को मार्च 2024 तक बढ़ा सकता है जिसकी के बाद कीमतें 120 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा हो सकती है।