आरएसएस प्रमुख ने कहा, ‘‘एक चीज जो संघ की विचारधारा का आधार है, वह यह है कि कोई एक नेता इस देश के समक्ष मौजूद सभी चुनौतियों का सामना नहीं कर सकता है। वह ऐसा नहीं कर सकता। चाहे वह कितना भी बड़ा नेता हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एक संगठन, एक पार्टी, एक नेता बदलाव नहीं ला सकता। वे इसे लाने में मदद कर सकते हैं। बदलाव तब आता है जब आम लोग उसके लिए खड़े होते हैं।आरएसएस प्रमुख ने कहा, ‘‘एक चीज जो संघ की विचारधारा का आधार है, वह यह है कि कोई एक नेता इस देश के समक्ष मौजूद सभी चुनौतियों का सामना नहीं कर सकता है। वह ऐसा नहीं कर सकता। चाहे वह कितना भी बड़ा नेता हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एक संगठन, एक पार्टी, एक नेता बदलाव नहीं ला सकता। वे इसे लाने में मदद कर सकते हैं। बदलाव तब आता है जब आम लोग उसके लिए खड़े होते हैं।भागवत ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सन 1857 में शुरू हुआ लेकिन यह तभी सफल हुआ जब बड़े पैमाने में जागरूकता आई और ‘‘आम लोग सड़कों पर उतरें।