असम में बाढ़ पीड़ितों को राहत देने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने यह अहम फैसला लिया है। असम कैबिनेट ने सिलचर और गुवाहाटी के बीच आपातकालीन उड़ान सेवा शुरू करने का फैसला किया है। सरकार ने दीमा हसाओ और बराक घाटी में बाढ़ और भूस्खलन के कारण संचार संकट को कम करने के लिए यह कदम उठाया है। सिलचर और गुवाहाटी के बीच शुरू की गई आपातकालीन उड़ान के लिए तीन हजार रुपये का शुल्क देय होगा। अब तक राज्य के 29 जिलों में कुल 7,17,046 लोग प्रभावित हो चुके हैं।
असम सरकार का फ्लाईबिग के साथ समझौता
बाढ़ और भूस्खलन के कारण बराक घाटी के राज्य के अन्य हिस्सों से कट जाने के बाद वहां फंसे यात्रियों को निकालने के लिए क्षेत्रीय कंपनी फ्लाईबिग एयरलाइन के साथ असम की सरकार एक समझौते पर हस्ताक्षर कर चुकी है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस बात की जानकारी बुधवार को दी थी। उन्होंने बताया था कि सिलचर और गुवाहाटी के बीच 3,000 रुपये प्रति टिकट की निश्चित दर पर विशेष उड़ानें चलाने के लिए विमानन कंपनी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ है। उन्होंने यह भी बताया, ‘अगले 10 दिनों के लिए वो ही इन उड़ानों का संचालन करेंगे और हमें उम्मीद है कि हर रोज 70-100 फंसे यात्री इस सेवा का लाभ उठाएंगे। विमानन कंपनी को सब्सिडी के रूप में सरकार अतिरिक्त लागत वहन करेगी।’
बाढ़ के कारण कई इलाकों में भूस्खलन
असम में भारी बारिश के चलते कई इलाकों में भूस्खलन भी हुआ है। न्यू कुंजंग, फियांगपुई, मौलहोई, नामजुरंग, दक्षिण बगेतार, महादेव टीला, कालीबाड़ी, उत्तरी बगेतर, सिय्योन और लोदी पंगमौल गांवों से भूस्खलन की खबर है।
बचाव व राहत अभियान जारी, अर्धसैनिक बल- एसडीआरएफ तैनात
राहत और बचाव कार्य के लिए सेना, अर्धसैनिक बलों, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं, एसडीआरएफ, नागरिक प्रशासन और प्रशिक्षित स्वयंसेवकों को तैनात किया है। कछार जिला प्रशासन और असम राइफल्स के बीच एक संयुक्त उद्यम ने बाराखला इलाके में बाढ़ पीड़ितों को बचाया और उन्हें राहत शिविरों में भेजा है।