कूटनीतिक लिहाज से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाल की फ्रांस, जर्मनी और डेनमार्क की यात्रा काफी अहम है। पीएम मोदी की यूरोपीय देशों की यात्रा ने यह स्थापित किया है कि पश्चिमी देशों में भारत की न सिर्फ स्वीकार्यता बढ़ी है, बल्कि भारत को एक बड़ी ताकत के रूप में भी देखा जा रहा है। आखिर पीएम मोदी की यूरोपीय देशों की यात्रा के क्या बड़े निहितार्थ है? क्या इस यात्रा को रूस यूक्रेन जंग से उपजे कूटनीतिक हालात के रूप में देखा जा सकता है? खास बात यह है कि मोदी की पश्चिमी देशों की यात्रा ऐसे समय हो रही है जब रूस यूक्रेन जंग को लेकर भारत और अमेरिका के बीच दूरी बढ़ी है? क्या पीएम मोदी की यात्रा को इस लिहाज से भी देखा जा रहा है?