Featured

उच्च शिक्षण संस्थानों में पनपता कट्टरवाद, शिक्षण संस्थानों के दुरुपयोग के घातक परिणाम

इस आम धारणा के बावजूद कि शिक्षा किसी व्यक्ति को रूढ़ियों से मुक्त करके उसे प्रगतिशील बनाती है, शिक्षा और कट्टरता के बीच के संबंध को लेकर हमेशा से एक बहस कायम रही है। इसके पीछे कारण यह है कि जहां एक तरफ शिक्षा, विशेष तौर आधुनिक शिक्षा व्यक्ति को उदार बनाने का एक माध्यम है, वहीं इसका दूसरा पक्ष यह है कि अगर शिक्षा किसी विशेष विचारधारा को मजबूत बनाने के उद्देश्य से हो तो फिर यह कट्टरता को और भी ज्यादा बढ़ाती है। शिक्षा के प्रसार के संदर्भ में यदि व्यापकता में देखें तो कई बार ऐसे प्रश्न उठते रहे हैं, जो इसी अवधारणा को मजबूत करते दिखते हैं।

Related posts

अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद लश्कर-ए-तैयबा की मदद कर रहा पाकिस्तान

GIL TV News

IPL 2022: गुजरात के कप्तान हार्दिक पांड्या ने आलोचकों को दिया जवाब

GIL TV News

उत्तराखंड में दो लाख गर्भवती महिलाओं को लगेगा कोविड का टीका

GIL TV News

Leave a Comment