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पेट फूलने की समस्या!

हेल्दी और फिट रहने के लिए पेट का फिट रहना बेहद जरूरी है. लेकिन अनियमित लाइफस्टाइल पेट में अक्सर कुछ न कुछ परेशानी पैदा करता ही रहता है. इनमें सबसे बड़ी परेशानी है पेट का फूलना यानी ब्लोटिंग होना. कई लोगों में अक्सर पेट फूलने की शिकायत रहती है. यहां तक कि खाना खाने के कई घंटों बाद तक भी पेट भारी रहता है. कई को तो बिना खाए ही पेट भारी रहने लगता.इस स्थिति में पेट सामान्य से ज्यादा फूला हुआ भी नजर आता है. डॉक्टरों की मानें तो ऐसा इसलिए होता क्योंकि gastrointestinal tract पूरी तरह से एयर से फूल हो जाता है. कुछ मामलों में एसिडिटी, कंस्टीपेशन, पेट में हवा का भरना और पीरियड्स इसके कारण हो सकते हैं.कुछ ऐसे मेडिकल कंडीशन हैं जिनमें ये समस्याएं होती हैं जैसे कि लीवर की बीमारी और इंफेक्शन. हालांकि कभी-कभी ऐसे भी मामले आते हैं जब इस बीमारी का कोई कारण भी नजर नहीं आता. पेट फूलने के साथ ही पेट में दर्द की समस्या भी हो सकती है.

इसके अलावा डकार भी होने लगता है.एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक न्यूट्रिशियन और डाइट एडवाइजर ज्योतिका दीवान कहती हैं, जब आप समय पर खाना नहीं खाते या गलत खाना खाते हैं तो ब्लोटिंग की समस्या आती है. हमें यह ध्यान रखना होगा कि पेट से भोजन को खाली होने में 4 से 6 घंटे का समय लगता है. अगर ब्लॉटिंग की समस्या से छुटकारा पाना है तो सबसे पहले खाने के बीच के गैप पर ध्यान देना होगा. इसके अलावा हमें इस बात पर भी ध्यान देना होगा कि कौन से फूड को पचने में कितना टाइम लगता है. यानी सुपाच्य और अपाच्य भोजन के बीच अंतर को पकड़ना होगा. मिक्स्ड डाइट, कंप्लेक्स फूड, फैटी फूड आदि को पचने में ज्यादा समय लगता है. दूसरी ओर तरल फूड और छोटे-छोटे दाने वाले पदार्थ जल्दी पचता है. ऐसे में हमें यह जानना जरूरी है कि कौन-कौन से भोजन ब्लॉटिंग की समस्या को बढ़ाते हैं और किस तरह केऐसी चीज जिसमें शूगर की मात्रा ज्यादा हो, उससे दूर रहना चाहिए. इसके अलावा ब्लॉटिंग की स्थिति में गोभी, पत्ता गोभी, मूली, आर्टिफिशियल स्वीटनर से बचना चाहिए. खाने में शूगर, स्टार्च और गेंहू के आटे की मात्रा को कम करना ब्लॉटिंग में लाभदायक है.

इसके अलावा जो भी सब्जी खाएं वह अच्छी तरह से पकी होनी चाहिए.ब्लॉटिंग को कम करने के लिए ऐसे भोजन का सेवन करना फायदेमंद हैं जो प्रोटीन, स्टार्च फैट को जल्दी पचाने में मदद करें. अन्नानास, पपीता और कीवी में डाइजेस्टिव एंजाइम पाए जाते हैं जो कुदरती तौर पर अपच की समस्या की दूर करते हैं. कीवी गैस्ट्रिक जूस को सक्रिय करता है जिससे पाचन प्रक्रिया में तेजी आती है. पपीता प्रोटीन को जल्दी तोड़ने का काम करता है. हम सब जानते हैं कि केला पोटैशियम से भरपूर होता है. यह पेट के अंदर सोडियम गैस को बनने से रोकता है. इसके अलावा यह आंत के सूजन को भी कम करता है. कच्चा केला अच्छा प्रोबायोटिक्स भी है जो आंत में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करता है.

कई तरह के फर्मेंटेंड फूड जैसे कि दही, कांजी, गाजर का जूस, छांछ आदि अच्छा प्रोबायोटिक्स है. प्रोबायोटिक्स पेट में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करता है. इससे पाचन शक्ति मजबूत होती है.सेब का सिरका पेट में भोजन को तेजी के साथ तोड़ता है. यह पेट में अम्ल को मजबूती प्रदान करता है जिससे भोजन तेजी से टूटने लगता है.अजवायन और जीरे की चाय पेट को साफ करने में मददगार साबित होती है. यह मेटाबोलिज्म की दर को बढ़ाती है और पेट की कई तरह की समस्या से छुटकारा दिलाती है.

भोजन से ब्लॉटिंग से छुटकारा पाया जा सकता है.

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