हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार साल का प्रत्येक महीना, तिथि और वार किसी न किसी देवता की पूजा- आराधना को समर्पित होता है। इसी तरह हिंदी पंचांग का पांचवां महीने सावन में विशेष रूप से भगवान शिव की आराधना की जाती है। इनमें से सावन के सोमवार भगवान शिव के व्रत और पूजन के लिए विशेष हैं। सभी शिव भक्त साल भर सावन के सोमवार का इंतजार करते हैं। मान्यता है कि श्रद्धाभाव से जो भी सावन के सोमवार भगवान शिव का व्रत रखता है उसे शिव जी की असीम कृपा की प्राप्ति होती है। इस साल सावन का पहला सोमवार 26 जुलाई को पड़ रहा है। आइए जानते हैं इसका व्रत और पूजन विधि….साल का पहला सावन का सोमवार कल 26 जुलाई को पड़ रहा है। इस दिन भगवान शिव का माता पार्वती के साथ पूजन और व्रत रखने का विधान है। कल शिव-पार्वती का पूजन करने के लिए सौभाग्य योग सबसे उत्तम है। काल गणना के अनुसार सौभाग्य योग दिन में 12:43 से शुरू होकर रात्रि 10:39 तक रहेगा। इसके बाद शोभन योग लग जाएगा। मान्यता है जो भी गृहस्थ इस काल में शिव परिवार का पूजन करते हैं उनके परिवार के समस्त कष्ट दूर हो जाते हैं। कुवांरी कन्याये इस दिन से सोलह सोमवार का व्रत रख कर मनचाहा वर प्राप्त कर सकती हैं।