मुंबई। राकांपा प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि किसी भी संवेदनशील सरकार के लिए जरूरी है कि वह आंदोलन कर रहे किसानों की भावनाओं को समझे लेकिन ऐसा नहीं हुआ, इसलिए इसके गंभीर नतीजे होंगे। पवार ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए कोष जुटाने के जन संपर्क अभियान में राज्यों के राज्यपालों का हिस्सा लेना ‘अजीब’ होगा। पवार ने कहा कि वह औरंगाबाद या उस्मानाबाद जैसे शहरों के नाम बदलने के मुद्दे को गंभीरता से नहीं लेते और राज्य में महाविकास आघाडी के घटक शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के बीच इस पर कोई गतिरोध नहीं होगा। केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसान पिछले कई हफ्ते से प्रदर्शन कर रहे हैं।
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